Turai Ki Sabzi-आयुर्वेद शास्त्र के अनुसार तोरई (Ridge gourd) बेहद पाचक, भूख को बढ़ाने वाली व पेट को दुरुस्त करके खून को बढ़ाने में सहायक होती है , तासीर में हल्की ठण्डी होती है और कफ और पित्त दोनों को सामान्य करने का काम भी बखूबी करती है वही वात के रोगों में हल्की बढ़ोतरी करने वाली होती है.
सब्जी के रूप में तौरी को अलग अलग प्रदेशों में भिन्न-भिन्न तरह से पकाकर खाया जाता है, कही-कही तौरी को आलू के साथ भी बनाया जाता है जिससे इसका स्वाद बिलकुल अलग निकलकर आता है, सामान्यतः तौरी (Turai Ki Sabzi) की दो किस्म पाई जाती है व दोनों को ही सब्जी के रूप में खाया जाता है.
तुरई की एक किस्म उपरी सतह से खुरदरी होती है जिसको खरदा तौरी भी कहा जाता है वही दूसरी किस्म उपरी सतह से एकदम चिकनी होती है जिसको बिहार में नेनुआ की सब्जी भी कहा जाता है. तुरई की सब्जी (Turai Ki Sabzi) कई तरीके से बनायी जाती है, तौरी को आलू के साथ और बगैर आलू के भी बनाया जा सकता है.

Turai Ki Sabzi-Tauri Ki Sabzi-नेनुआ की सब्जी-तौरी की सब्जी
Turai Ki Sabzi Tauri Recipe | तौरी की सब्जी बनाने के लिए सामग्री
- तौरी (तुरई) Ridge Gourd – ½ किलोग्राम
- प्याज (Onion) – 1 मीडियम आकार का (बारीक काटा हुआ)
- हींग (Asafetida) – ¼ छोटी चम्मच
- लहसुन (Garlic)– 3 से 4 (कली बारीक काटी हुई)
- अदरक (Ginger) – आधा इंच का टुकड़ा (बारीक काटा हुआ)
- टमाटर (Tomato)– दो मध्यम आकार के (बारीक काटे हुए)
- हरी मिर्च (Green Chilly)– 2 से 3 (बारीक काटी हुई)
- नमक (Salt) – स्वादानुसार
- हल्दी पाउडर (Turmeric) – ½ छोटी चम्मच
- देगी लाल मिर्च पाउडर (Kashmiri Red Chilly) – ½ छोटी चम्मच
- धनिया पाउडर (Dry Coriander Powder)– 1 छोटी चम्मच
- जीरा (Cumin Seeds)– 1 छोटी चम्मच
- देसी घी (Desi Ghee)– 2 से 3 चम्मच
- पानी (Water)– आवश्यकता के अनुसार
- धनिया पत्ता (Green Coriander Leaves)– 20 ग्राम (वैकल्पिक)
तोरई की सब्जी बनाने के लिए | नेनुआ की सब्जी (Turai Ki Sabzi) | Tauri Recipe
तुरई को छीलकर पानी से धो लें व छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें, काटने के बाद धोने की आवश्यकता नहीं हैं.
कढ़ाई में घी गर्म करें व जीरा डालकर चटकायें हींग डालें व प्याज, हरी मिर्च अदरक डालकर प्याज के सुनहरा होने तक भूनें, कटा लहसुन डालें व 5 से 10 सेकंड के लिए भून लें, सूखे पिसे मसाले हल्दी, धनिया, लाल मिर्च डालकर पलटे या चमचे से चलाते हुए पकाएं,
काटे हुए टमाटर डालकर थोडा सा नमक डालें व टमाटर के गलने व किनारों से चिकनाई छोड़ने तक पकने दें आंच को मीडियम ही रखें.
काटकर रखी हुई तुरई ग्रेवी में डालें व मसाले में मिलाते हुए पकने दें, स्वादानुसार नमक व थोडा पानी डालकर 10 मिनट तक ढककर पकने दें. उघाड़कर हरी धनिया पत्ती से सजाकर परोसे, तौरी की सब्जी (Turai Ki Sabzi) रोटी पराठों के साथ बेहद स्वादिष्ट व लजीज लगती है.



Turai Ki Sabzi-Tauri Ki Sabzi-नेनुआ की सब्जी
तोरई की सब्जी आलू के साथ | Turai Ki Sabzi With Potato | नेनुआ की सब्जी
आलू के साथ तुरई की सब्जी (Turai Ki Sabzi) बनाने के लिए देसी घी की जगह 3 से 4 चम्मच सरसों के तेल या रिफाइंड आयल का इस्तेमाल करें. 2 से 3 आलू छीलकर लम्बे टुकड़ों में काट लें व पानी से धोकर उपरोक्त विधि द्वारा बनाये गए तुरई के मसाले में मसाले में डालकर 2 मिनट तक पकाएं व तुरई डालें, आगे उपरोक्त विधि अनुसार सब्जी तैयार कर लें आलू तुरई की सब्जी (Turai Ki Sabzi) बनकर तैयार है.



Turai Ki Sabzi-Tauri Ki Sabzi-नेनुआ की सब्जी-तौरी की सब्जी
नेनुआ की सब्जी के लिए सुझाव | Suggestions to Make Turai Ki Sabzi | How to Make Turai Ki Sabzi
- टमाटर को मिक्सी में पीसकर भी डाला जा सकता है
- चिकनी तौरी (Turai Ki Sabzi) जिसको घिया तोरई भी बोलते है को अच्छे से धोकर बिना छिलका उतारे भी आलू के साथ बना सकते हैं, लेकिन छिलका साफ होना चाहिए.
Turai Ki Sabji Ki Recipe Ki Video | तुरई की सब्जी रेसिपी विडियो
तोरई (तुरई) से होने वाली हानि(नुकसान) व अन्य विशेष लाभ (फायदे) | नेनुआ के फायदे व नुकसान
तुरई (नेनुआ की सब्जी) तासीर में ठण्डी होने के कारण कफ को बढ़ाने वाली व जोड़ो में दर्द उत्पन्न करने वली होती है इसलिए तुरई का प्रयोग एक सीमा के अन्दर ही करना चाहिए अति सर्वत्र वर्जयेत्.
शक्ति वर्धक तौरी (नेनुआ की सब्जी) अत्यंत पुष्टिकर व अनेक रोगों जैसे बुखार, भूख संबंधी रोग, ह्रदय रोग, पीलिया तिल्ली, सूजन, गैस संबंधी जैसे रोगों में बेहद लाभ पहुंचाकर रोगियों के लिए हितकर होती है
पथरी की समस्या होने पर:
जिस बेल पर तुरई लगी होती हैं उस बेल के तने (लता को) को दूध या साधारण पानी में पीसकर किसी भी समय 4 से 5 दिनों तक लेप करने से पथरी जड़ से ख़त्म हो जाती है, फोड़े फुंसियों के बाद हो जाने वाली गाठों में भी इस लेप से बहुत लाभ मिलता है व गाठें ख़त्म हो जाती हैं.
त्वचा पर चकते या दाग धब्बे होने पर नेनुआ का प्रयोग :
त्वचा पर चकते या दाग धब्बे हो जाने पर तोरई की गाय के घी में पीसकर लगाने से बहुत शीघ्र यह समस्या समाप्त हो जाती है, अगर गाय के मक्खन में मिलकर लजाये तो और भी बढ़िया काम होता है.
खूनी बवासीर या फिस्टुला:
तौरी की सब्जी (नेनुआ की सब्जी) नियमित खाने से पेट साफ रहने लगता है जिससे कब्ज की समस्या से निजात मिलती है जिसके परिणाम स्वरूप बवासीर आदि कष्टकारी रोगों में बहुत तीव्रता से फायदा होता है, बस इतना ध्यान रखे कि रोजाना तुरई खाने से वायु रोग हो सकते है उससे बचाव के लिए थोड़ी अदरक और एक दो चुटकी काली मिर्च का पाउडर भी सब्जी में डालकर नियमित रूप से सेवन करते रहें.
मूत्र या मूत्र मार्ग की जलन:
तुरई या तौरी पेशाब संबंधी सभी रोगों में बहुत लाभ देने वाली होती है.
आंखों के विभिन्न रोगों में लाभ:
तौरी के ताजे पत्तों का रस को निकालकर कुछ दिनों तक नियमित 1-1 बूँद आँखों में डालने से आँखों की नेत्र ज्योति बढती है व सभी रोग शांत होते हैं.
बालों के लिए बहुत लाभकारी है तुरई (Turai Ki Sabzi):
तुरई (Turai Ki Sabzi) को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें व उनको सूखा लें, अगर छाया में सुखायेंगे तो अधिक लाभ होगा, फिर इनको इमाम जस्ते में बारीक कुट लें या मिक्सी की मदद पीसकर पाउडर बना लें. इस तैयार पाउडर को नारियल या तिल के तेल में मिलाकर पका लें और किसी सीसी में रख कर रोजाना सिर में मालिश करने मात्र से बालों के झाड़ने से लेकर सफ़ेद होने तक सभी परेशानियों में लाभ
गले के रोग | Turai Ki Sabzi | Beerakaya Curry
गले के रोग में भी बहुत लाभ देती है तौरी की सब्जी (Turai Ki Sabzi).
Is Turai good for kidney stone?
Yes Turai is very useful for kidney stone, it helps to remove stone.
सपने में तौरी या तुरई देखना?
शुभ माना जाता है.
तुरई की खेती किस प्रान्त में ज्यादा होती है?
लगभग सारे भारतवर्ष तुरई या तौरी खूब उगाई जाती है.
Tauri ke patton ko shudh mana jata hai.
Khichdi me turai ya tauri dalte hai kya?
Yes dal sakte hain, bimar hone par dono ko sath milakar khaya ja sakta hai.
दिल्ली के आस पास किस महीने में तौरी व लौकी को बोया जा सकता है ?
फरवरी माह में
Turai Ki Sabzi-Benefits of Tauri Sabji-Superb तुरई की सब्जी1



Turai Ki Sabzi-आयुर्वेद शास्त्र के अनुसार तोरई (Ridge gourd) बेहद पाचक, भूख को बढ़ाने वाली व पेट को दुरुस्त करके खून को बढ़ाने में सहायक होती है, तासीर में हल्की
Type: Vegetable Dish
Cuisine: Indian
Keywords: Turai Ki Sabzi, Tauri Ki Sabji Recipe, तौरी की सब्जी, तुरई की सब्जी
Recipe Yield: 4
Calories: 100/serving
Preparation Time: PT0H10M
Cooking Time: PT0H10M
Total Time: PT0H20M
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Recipe Ingredients:
- Ridge Gourd
- Potato, Masale, Oil
Recipe Instructions: Use Fresh Tauri and If you are using whole skin ridge gourd then please check the skin of ridge gourd.
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