Muli Ki Bhuji आज हम जानेंगे मूली की भुजी कैसे बनती है
मूली सर्दियों में आने वाली एक बहुत सेहतमंद सब्जी है जिसको सलाद,
अचार व ओर बहुत सारे तरीकों से हम अपने खाने में शामिल करते है
मूली (Mooli Ki Bhujiya) जब हम घर में लाते हैं तो अकसर हम मूली तो सलाद या
पराठे में इस्तेमाल कर लेते है और मूली के पत्तों को प्रायः फेंक देते है
ऐसा इस लिए करते है क्योंकि ज्यादातर लोग मूली के पत्तों को बेकार समझते है व
इसके फायदों के बारे में नहीं जानते.
मूली है बहुत सेहतमंद (Mooli Ki Bhujiya)
असल में मूली तो सेहतमंद व फायदेमंद होती ही है लेकिन
मूली के पत्ते मूली (Muli Ki Bhuji) से भी ज्यादा सेहतमंद
होते है.
मूली के पत्तों (Muli Ki Bhuji) में बहुत सारे विटामिन्स
(Vitamins) मिनरल्स (Minerals) के साथ-साथ भरपूर मात्रा में खानें वाले फाइबर (रेशे)
होते है जो हमारे पाचन तंत्र के लिए बहुत उपयोगी होते है
आज इन्हीं पत्तों के साथ हम बना रहे हैं मूली की भुजी (Muli Ki Bhuji) जो खानें भी बेहद
स्वादिष्ट होती है.
मूली की भूजी (Muli Ki Bhuji) में लगने वाली सामग्री
- मूली – 500 ग्राम पत्तों के साथ
- आलू – 200 ग्राम
- लहसुन – 5 से 6 कली
- प्याज – 1 मध्यम आकार की
- हरी मिर्च – 2 बारीक कटी हुई
- अदरक – 1 इंच का दुकड़ा बारीक कटा हुआ
- मेथी दाना – 1 छोटी चम्मच
- जीरा – आधी छोटी चम्मच से कम
- हल्दी – आधा छोटी चम्मच से कम
- अमचूर – आधा छोटी चम्मच
- नमक – स्वादानुसार
- लाल मिर्च पाउडर – आधा छोटी चम्मच से कम
- धनिया पाउडर – आधा छोटी चम्मच
- सरसों का तेल – 50 ग्राम
मूली की भुजी बनाने की विधि | Mooli Ki Bhurji Kaise Banti Hai

मूली की भूजी (Mooli Ki Bhujiya) में डाली जाने वाली मूली को अच्छे से धोकर इस पर
लगी इसकी बारीक बारीक धागे जैसी लगी हुई जड़ों को साफ कर लेते है, मूली के पत्तों व
मूली दोनों को अलग करके छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लेते है.
बहुत ज्यादा बारीक काटने की जरूरत नहीं है क्योंकि इसको हम उबालने वाले हैं.
आलू को अच्छे से रगड़ कर धो कर दो हिस्सों में कट लेते है, दरअसल सर्दियों के मौसम में
नया आलू खूब आता है और इस नए आलू की खास बात ये होती है कि इसको छीलने की
ज्यादा जरूरत नहीं होती रगड़ कर धोने से ही इसका ज्यादातर छिलका निकल जाता है.
प्रेसर कुकर में पकायें | Mooli Ki Bhujiya Recipe in Hindi
एक प्रेसर कुकर में दोनों चीजों को डालकर आधा छोटी कटोरी पानी डालें व ढक्कन लगाकर
चूल्हे पर चढ़ा दें और आंच चालू कर दें.
एक सीटी आने पर आंच बंद कर दें व कुकर को तुरंत न खोले थोड़ी देर स्टीम रहने दें.
स्टीम ख़त्म हो जाने पर ढक्कन खोलकर किसी छलनी में निकाल लें जिसमे सारा पानी
निकल जाये.
थोडा ठंडा होने दें, जब ठंडा हो जाये तो आलू मूली व पत्तों सब को एकसाथ हाथों में लेकर
गोले जैसा बना लें व दबा-दबा कर जितना हो सके पानी निकाल दे.

चलिये मूली की भूजी में तड़का (छोका) देते हैं
एक कढ़ाई में तेल डालकर आंच पर रखें, जब तेल गर्म हो जाये तो इसमें मेथी
व जीरा डालें व बहुत हल्का सा भूनकर कटा हुआ लहसुन, अदरक व हरी मिर्च
डालकर जरा देर के लिए भूने.
कटें प्याज डालकर किसी करछी से चलाते हुए सुनहरा होने तक भूने.
सूखे मसाले डालें
जब प्याज अच्छे से भून जाये तो इसमें हल्दी पाउडर, लाल मिर्च पाउडर,
धनिया पाउडर व नमक डालें व चलायें.
भुने मसाले में निचोड़कर रखें हुए मूली पत्ते व आलू को डालें और करछी से
अच्छे से चलाते मिलाये.
इसको 4 से 5 मिनट तक ऐसे ही चलाते हुए भूनते रहे.
ताकि इसके अंदर जो अतिरिक्त पानी बचा हुआ है वह सूख जाये
ऊपर से अमचूर छिड़क दें, अब इस कढ़ाई को किसी थाली
या प्लेट से ढक दें और आंच को धीमी करके 2 से 3 मिनट
तक पकने दें.
आंच बंद करें मूली की भूजी एकदम तैयार है, मूली की भूजी शानदार बनी है
इसको रोटी या पराठे के साथ खाये.
सुझाव | Foodiedil Suggestions
आप चाहें तो मुली की भूजी (Mooli Ki Bhujiya) में टमाटर भी डाल सकते है फिर
अमचूर न डाले तो भी चलेगा.
मुली की भूजी (Muli Ki Bhuji) को छोकने से पहले अच्छे से निचोड़ लें.
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